पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से तर हुईं बहती पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से ...
बीत गया वर्ष दो हजार बीस स्वागत नए साल का। बीत गया वर्ष दो हजार बीस स्वागत नए साल का।
बीत लम्हें गये जो उन्हें भूल जा, तू हमें मत भुलाना नए साल में। बीत लम्हें गये जो उन्हें भूल जा, तू हमें मत भुलाना नए साल में।
वो वसंत का मौसम वो मचलता यौवन फिसलता दामन चंचल मन वो वसंत का मौसम वो मचलता यौवन फिसलता दामन चंचल मन
हर किसी के नसीब में कहां होती है प्यार मोहब्बत यारी। हर किसी के नसीब में कहां होती है प्यार मोहब्बत यारी।
इसलिए आया है नया साल, जीत का जश्न हार की धूल। इसलिए आया है नया साल, जीत का जश्न हार की धूल।